केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय कैडेट कोर, राष्ट्रीय सेवा योजना, होमगार्ड और महिला स्वयंसेवकों को भी आपदा प्रबंधन तंत्र से जोड़ने को कहा है। जिससे कि आपदा के समय स्वयं सेवकों तथा जन साधन की कमी न रहे और आपदा संबंधी अलर्ट लोगों को तुरंत पहुंचाई जा सके। अमित शाह ने गुरुवार को यहां राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा क्षमता निर्माण पर आयोजित दो दिवसीय वार्षिक उत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि हम देश के तकनीक के बल पर यह क्षमता हासिल कर चुके है कि ज्यादातर आपदाओं के बारे में समय से पहले ही चेतावनी और संकेत हमें मिल सके। उन्होंने कहा कि अब यह जरूरी है कि चेतावनी और अलर्ट समय रहते प्रभावित क्षेत्र के हर व्यक्ति तक पहुंचे और तुरंत उस व्यक्ति को सहायता मिल सके।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इसके लिए राष्ट्रीय कैडेट कोर राष्ट्रीय सेवा योजना होमगार्ड और महिला स्वयंसेवकों को भी आपदा प्रबंधन के तंत्र से जोड़ने की हमें जरूरत है। उन्होंने कहा कि इन सब को व्यवस्थित तरीके से प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। जिससे कि आपदा के समय प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा जन संसाधन की कमी न रहे और आपदा संबंधी अलर्ट लोगों को तुरंत पहुंचाई जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशिक्षित युवा एनडीआरएफ की टीम पहुंचने से पहले एक तरह से फर्स्ट एड की सुविधा देने का काम यह करेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आपदा प्रबंधन के तंत्र को गांव तक पहुंचाने के लिए आपदा मित्र योजना शुरू की गई है जिसमें गांव गांव में प्रशिक्षित युवाओं की टीमों का गठन किया जा रहा है इसके अलावा विभिन्न तरह के ऐप भी बनाए जा रहे हैं इन ऐप को जमीनी स्तर पर पहुंचाने के लिए काम किए जाने की जरूरत है। जिससे लोग इस पर उपलब्ध जानकारी का फायदा पूरी तरह से उठा सकें।
सम्मेलन में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय गृह सचिव एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल तथा कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।