ममता बनर्जी के बयान पर आश्चर्य जताते हुए निर्भया की मां ने कहा कि अगर वे महिला होकर रेप को लेकर इतनी संवेदनहीन हैं तो उन्हें सीएम बने रहने का कोई हक नहीं है। ऐसी टिप्पणियां इस तरह के अपराधों को बढ़ावा देती हैं। ऐसे राजनेता सिर्फ अपने वोट बैंक की परवाह करते हैं। उन्हें पीड़िता के तकलीफ से कई फर्क नहीं पड़ता।
ममता बनर्जी अपनी असंवेदनशील बयान के बाद चारों तरफ से घिर गईं हैं। हर तरफ उनकी निंदा की जा रही है। ऐसे कैसे रेप की घटना को कोई लव-अफेयर से जोड़ सकता है। वहां लड़की के माता-पिता दर्द में हैं और यहां दीदी को इस घटना में रोमांस दिख रहा है। इन्हें रोमांस और रेप में फर्क ही नहीं दिख रहा है। हमारे हिसाब से तो रेप तो आखिर रेप ही होता है, चाहें बॉयफ्रेंड ने किया हो या पति ने…