संयुक्त राष्ट्र महासभा में 2 मार्च को रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लेकर आया गया था। इस प्रस्ताव के पक्ष में 141 देशों ने वोट किया और 5 देश इसके खिलाफ रहे। भारत, पाकिस्तान और चीन सहित 35 देशों ने इस प्रस्ताव पर वोटिंग से दूरी बना कर रखा। उत्तर कोरिया, रूस, सीरिया, बेलारूस और ऐरीट्रिया जैसे देश प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया। अफ्रीकी देशों में से सिर्फ ऐरीट्रिया ने ही निंदा प्रस्ताव के खिलाफ रूस के पक्ष में मतदान किया।
सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण पर रूस का साथ दिया है। उन्होंने हाल ही में कहा था कि पुतिन इतिहास को सही कर रहे हैं। पिछले कुछ सालों से अमेरिका असद को सीरिया की गद्दी से हटाना चाह रहा है लेकिन पुतिन की मदद से वह अब तक सत्ता में बने हुए हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यही कारण है कि सीरिया रूस के पाले में नजर आ रहा है।