उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘बंटोगो तो कटोगे’ के नारे की देश ही नहीं दुनिया में धूम मची हुई है। महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव में तो यह नारा केंद्र में बना हुआ है। महाराष्ट्र में सीएम योगी के इस नारे की वजह से सत्ताधारी महायुती के भीतर ही तकरार बनी है। लेकिन, ऐसा लगता है कि खुद उत्तर प्रदेश में सीएम योगी के इस नारे पर सवाल उठने वाले हैं। दरअसल, महाराष्ट्र और झारखंड में 20 नवंबर को होने वाले मतदान के साथ उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर भी वोटिंग होगी। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद इस चुनाव को काफी अहम माना जा रहा है।
लोकसभा चुनाव के बाद मीडिया में ऐसी खूब खबरें आ रही थीं कि पार्टी के भीतर भी यूपी सीएम के नेतृत्व पर सवाल उठने लगे थे। कहा जा रहा था कि राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर सीधे सीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। लेकिन, पार्टी नेतृत्व ने इस बवंडर को थाम दिया और कहा गया कि सभी को उपचुनाव पर फोकस करना है।
‘बंटोगे तो कटोगे’
बीते हरियाणा विधानसभा चुनाव में सीएम योगी ने ‘बंटोगे तो कटोगे’ का नारा देकर राष्ट्रीय स्तर पर अपने पक्ष में नैरेटिव कर लिया। दरअसल, भाजपा बहुसंख्यकवाद की राजनीति करती है। हरियाणा में वह वहां की सबसे मजबूत जाति जाट समुदाय के खिलाफ ओबीसी जातियों को इस नारे के सहारे गोलबंद कर लिया। इसके साथ ही इस नारे में हिंदू समुदाय को भी एकजुट रहने का संदेश छिपा हुआ है। जनमानस पर सीएम योगी के इस नारे का खूब प्रभाव देखा जा रहा है।