Mahakumbh 2025: महाकुंभ आस्था का सबसे बड़ा पर्व है, जिसमें हर कोई डुबकी लगाना चाहता है। कुंभ में स्नान का विशेष महत्व है। कहा जाता है कि कुंभ में डुबकी लगाने से आपके कई जन्मों के पाप धुल जाते हैं। साथ ही देवी-देवताओं का आशीर्वाद आपके जीवन में बना रहता है। अगर आप कुंभ में स्नान के बाद दान-पुण्य करते हैं तो आपको पितरों का आशीर्वाद भी मिलता है। हर किसी की इच्छा होती है कि वह जीवन में कम से कम एक बार कुंभ में डुबकी जरूर लगाए। अगर किसी कारणवश आप महाकुंभ में जाकर डुबकी नहीं लगा पाते हैं तो घर बैठे भी आप सारे पुण्य प्राप्त कर सकते हैं। जानिए इसके लिए आपको क्या करना होगा?
महाकुंभ से जल मंगाकर करें स्नान
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी कहते हैं कि अगर आप खुद कुंभ स्नान के लिए नहीं जा पा रहे हैं तो अपने किसी करीबी, रिश्तेदार या पड़ोसी से कुंभ का जल मंगा लें। इस जल की कुछ बूंदें अपने नहाने के पानी में डालकर स्नान करने से आपको कुंभ स्नान से मिलने वाले समान लाभ मिलेंगे। आप किसी भी शुभ दिन कुंभ से लाए गए जल से स्नान कर सकते हैं।
कैसे करें महाकुंभ का जल प्राप्त?
अगर आपका कोई परिचित महाकुंभ में स्नान करने जा रहा है, तो आप उससे जल मांग सकते हैं। महाकुंभ का जल और प्रसाद भेजने के लिए कई एनजीओ भी काम कर रहे हैं। वे आपके घर तक निःशुल्क जल और प्रसाद भेजने की सेवा दे रहे हैं। आप इन जगहों पर रजिस्ट्रेशन कराकर महाकुंभ का जल प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा ‘त्रिवेणी संगम जल वितरण सेवा’ भी त्रिवेणी से सीधे आपके घर तक जल पहुंचाने की सेवा दे रही है।
गंगाजल से करें स्नान
अगर किसी कारणवश आपको महाकुंभ का जल नहीं मिल पाता है तो आप घर पर भी गंगाजल से स्नान कर सकते हैं और वही लाभ प्राप्त कर सकते हैं जो आपको महाकुंभ में डुबकी लगाने से मिलता है। आप अमृत स्नान तिथियों में से किसी भी दिन गंगाजल से स्नान कर सकते हैं। इसके बाद दान-पुण्य करें। आपको महाकुंभ में स्नान करने के समान ही लाभ मिलेगा।